आज हम आपको एक ऐसे चमत्कारी मंदिर के बारें में बताने वाले इस मंदिर के चमत्कारों के बारें में जानकार आप अपनी ऊँगली दांतो तले दबा लेंगे | हम आपको आंध्रप्रदेश के लेपाक्षी मंदिर के बारें में बता रहे है इस मंदिर की सबसे ख़ास बात ये है की यहाँ जो खंभे लगे हुए है वो बिना किसी सपोर्ट के हवा में झूलते हुए लटके हुए है | इस बात को जानकर हम कल्पना भी नहीं कर सकते की ऐसा कैसे संभव है मगर ये सत्य है |
इस मंदिर में जो भी खंभे लगे हुए है वो बिना किसी सपोर्ट के खड़े हुए है इसी कारण इस मंदिर को हैंगिंग पिलर टेम्पल के नाम से भी जाना जाता है | आपको इस मंदिर के बारें में बता दें कि इस मंदिर में कुछ 70 खंभे है लेकिन इन खंभों में से एक खंभा ऐसा भी है जो कि बिना किस सपोर्ट के खड़ा हुआ है |
इस मंदिर के निर्माण कि बात कि जाए तो इस मंदिर का निर्माण 16 वीं सदी किया गया था | आंध्रप्रदेश के अनंतपुर के पास विजयनगर साम्राज्य के दौरान साल 1518 में इस मंदिर का निर्माण किया गया था | ये मंदिर बेहद चमत्कारी मंदिर है | ये मंदिर एक पहाड़ी पर बना हुआ है | इस मंदिर को कूर्म सैला के नाम से भी जाना जाता है | अगर पौराणिक मान्यताओं की बात करें तो इस मंदिर का निर्माण ऋषि अगस्त्य ने करवाया था | ये लेपाक्षी मंदिर भगवान वीरभद्र जी को समर्पित है और इस मंदिर की देवी को भद्रकाली के नाम से जाना जाता है |
लेपाक्षी मंदिर के खंभे से जुडी लोगो की धार्मिक आस्था
लोग इस मंदिर के रहस्य की पुष्टि करने के लिए लोग खंभे के नीचे से कपडा और अन्य चीजों को निकालकर देखते है की ये खंभा सचमुच हवा में लटका हुआ है या नहीं | यहाँ के लोगो की ये भी मान्यता है की इस पिलर के नीचे से चीजों को निकालने से व्यक्ति के जीवन में कभी भी परेशानियां नहीं आती है और व्यक्ति को ऐसा करने से सुख - संपत्ति की प्राप्ति होती है | यहाँ के लोगो की इस मंदिर से इस तरह की धार्मिक आस्थाएं जुडी हुई है इसलिए लोग ऐसा करते है |